मंदी (Recession): एक झटके में कंपनी ने निकाले 80% कर्मचारी, हाय हेलो करने का भी टाइम नहीं दिया।

मंदी (Recession): एक झटके में कंपनी ने निकाले 80% कर्मचारी, हाय हेलो करने का भी टाइम नहीं दिया।
June 21, 2024 at 10:41 am

मंदी (Recession): एक झटके में कंपनी ने निकाले 80% कर्मचारी, हाय हेलो करने का भी टाइम नहीं दिया। बेंगलुरु की एक स्टार्टअप कंपनी ने झटके में 80 प्रतिशत कर्मचारियों को बाहर कर दिया है। खबरों की मानें तो कंपनी बड़े नुकसान से जूझ रही थी, जिसके कारण 400 कर्मचारियों को जॉब से हाथ धोना पड़ा गया है।

प्राइवेट कंपनी द्वारा कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल देना कोई नई बात नहीं है, मगर बेंगलुरु की एक कंपनी ने अपने 80 फीसदी कर्मचारियों को एक साथ बाहर का रास्ता दिखा दिया है। आलम यह है कि कर्मचारियों को एक-दूसरे से हाय हेलो कहने का चांस भी नहीं मिला। यह खुलासा एक Reddit यूजर ने अपनी पोस्ट में किया है। इतने बड़े लेवल पर छंटनी की बात सुनकर हर कोई हैरान है।

Reddit यूजर ने पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि मेरे बॉस को 2 बच्चे पालने हैं। एक अन्य सहकर्मी ने नया घर खरीदा है, जिसकी किस्त भरने के लिए नौकरी करना जरूरी है। एक सहकर्मी की कुछ दिन पहले शादी हुई है, मगर सभी को काम से निकाल दिया गया है। हालांकि पोस्ट शेयर करने वाला यूजर अभी भी उसी कंपनी में काम कर रहा है और उसे जॉब से नहीं निकाला गया है।

बता दें कि 80 प्रतिशत कर्मचारियों को निकालने वाली इस कंपनी का नाम रेशामंडी है। यह बेंगलुरु बेस्ड स्टार्टअप कंपनी थी, मगर फंड की कमी के कारण कंपनी ने कर्मचारियों को बर्खास्त करने का फैसला ले लिया। पिछले साल से कंपनी को काफी नुकसान हो रहा था। आंकड़ों की मानें तो जनवरी 2023 की शुरुआत में 500 कर्मचारी इस कंपनी में कार्यरत थे, मगर साल के अंत तक महज 100 कर्मचारी बचे हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी से निकाले गए 300 कर्मचारियों को अभी तक उनका बकाया पैसा नहीं मिला है। रेशामंडी के घाटे में जाने की वजह तेजी से विस्तार करना बताया जा रहा है। रेशामंडी कंपनी की नींव 2020 में रखी गई थी।

इसमें 40 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ था, मगर अब कंपनी 300 करोड़ के कर्ज में डूब गई है। शुरुआत में सफलता हासिल करने के बाद कंपनी को भारी नुकसान उठाना पड़ा और अंत में कर्मचारियों को बिना सैलरी दिए काम से निकाल दिया गया।