ज्योतिष: अंगारक योग। मंगल और राहु के एक साथ एक ही राशि में भ्रमण करने से अंगारक योग का निर्माण होता है। इस योग के बनने से राहु मंगल के ऋणात्मक प्रभाव को अत्यधिक बढ़ा देता है। ऋणात्मक ऊर्जा के अधिक प्रवाह की वजह से जोश में गलत निर्णय होते हैं, जो नुकसान का कारण बनते हैं। 23 अप्रैल को भूमिपुत्र मंगल के मीन राशि में प्रवेश करते ही अंगारक योग का निर्माण हो गया। यह योग 1 जून तक बना रहेगा। इस अवधि में मंगल राहु की यह युति कुछ राशियों के लोगों के जीवन में उथल पुथल ला सकती है। मेष, वृष, सिंह, कन्या, तुला, कुंभ एवं मीन राशि के लोगों को स्वास्थ्य एवं धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। इसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए सुंदरकांड का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए।