अटल आवासीय विद्यालय – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा क्षेत्र में घोषणाओं का खोला पिटारा। प्रदेश के 57 जनपदों, 350 तहसीलों और 825 विकासखंडों में अटल आवासीय विद्यालय जैसे 2000 विद्यालयों को खोलने की योजना।

अटल आवासीय विद्यालय – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा क्षेत्र में घोषणाओं का खोला पिटारा। प्रदेश के 57 जनपदों, 350 तहसीलों और 825 विकासखंडों में अटल आवासीय विद्यालय जैसे 2000 विद्यालयों को खोलने की योजना।

उत्तरप्रदेश – अटल आवासीय विद्यालय: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा क्षेत्र में घोषणाओं का खोला पिटारा। प्रदेश के 57 जनपदों, 350 तहसीलों और 825 विकासखंडों में अटल आवासीय विद्यालय जैसे 2000 विद्यालयों को खोलने की योजना। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को मोहनलालगंज स्थित अटल आवासीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में एक साथ प्रदेश के सभी 18 अटल आवासीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2024-25 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सीएम योगी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अभी तो हमने 18 विद्यालय प्रारंभ किए हैं, जबकि दूसरे चरण में 57 जनपदों में कंपोजिट विद्यालय के रूप में भी ऐसे ही विद्यालय खोलने जा रहे हैं। वहीं, तीसरे चरण में इसे प्रदेश की सभी 350 तहसीलों में लेकर जाएंगे तो चौथे चरण में 825 विकास खंड में इस तरह के विद्यालयों की स्थापना होगी। यही नहीं, उन्होंने कहा कि पांचवें चरण में इसे हम न्याय पंचायत स्तर पर लेकर जाएंगे। इसका मतलब 2000 ऐसे विद्यालय प्रदेश के अंदर दिखाई देंगे जो बच्चों को उत्तम शिक्षा देने का माध्यम बनेंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले चरण में जो 57 विद्यालय बनेंगे उनमें पहली क्लास से लेकर 12वीं क्लास तक के बच्चे अध्ययन करेंगे। इनमें बाल वाटिका भी बनाई जाएगी। यानी ‘प्री प्राइमरी’ में 3 से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को एडमीशन देकर नई पीढ़ी को भी इससे जोड़ने का काम करेंगे, ताकि वो भी अपने भावी विद्यालय को देख सकें। इन विद्यालयों में खेलकूद के साथ हेल्थ चेकअप की भी व्यवस्था भी की गई है। बच्चे स्वस्थ होंगे तभी तो स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे। इससे पूर्व सीएम योगी ने कक्षा 6 और कक्षा 9 में प्रवेश पाने वाले बच्चों को स्कूल बैग एवं पाठ्य पुस्तकें प्रदान कीं। वहीं सीएम ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 में कक्षा 6 में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले छात्रों को पुरस्कार और सर्टिफिकेट वितरित किया। इसके अतिरिक्त विज्ञान रत्न और खेलकूद व अन्य गतिविधियों में अग्रणी छात्रों को भी सीएम ने पुरस्कार प्रदान किया। वहीं, छात्रों ने सीएम योगी के स्वागत में नृत्य प्रस्तुतियां देकर उनका दिल जीत लिया।

सीएम योगी पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए उनकी प्रशंसा में कहा कि श्रद्धेय अटल जी ने सदैव शिक्षा पर जोर दिया। वे कहते थे कि जो समाज अशिक्षा और अभाव का सफलतापूर्वक मुकाबला कर ले उसको सुरक्षित और समृद्ध होने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती। ये अभाव और अशिक्षा समाज के सबसे बड़े दुश्मन हैं। श्रद्धेय अटल जी को एक व्यापक जीवन का अनुभव था और उस अनुभव को उन्होंने अपने शब्दों से, अपने काव्यों के माध्यम से और जब सरकार में आने का अवसर प्राप्त हुआ तो इन बुराइयों से लड़ने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य किया था। सीएम योगी ने कहा, “व्यक्ति हो या समाज, उसे सुशिक्षित किए बगैर आप सभ्य और समर्थ समाज और राष्ट्र की कल्पना नहीं कर सकते। अटल आवासीय विद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता का ऐसा मानक बने जहाँ बिना भेदभाव के समाज के हर तबके के बच्चे को उसकी जाति, चेहरा, क्षेत्र और भाषा पूछे बगैर देश, समाज, सरकार के संसाधनों पर अधिकार मिले। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि अटल आवासीय विद्यालय का मॉडल देखकर तमाम लोगों ने ऑफर किया है कि विद्यालय बनाने में हम भी इसमें सहयोग करना चाहते हैं।”

सीएम योगी ने अपने संबोधन में अटल आवासीय विद्यालय प्रबंधन को निर्देश भी दिए कि अगले वर्ष से हर हाल में कक्षा 6 और कक्षा 9 के बच्चों के लिए लिखित परीक्षा 15 जून तक आयोजित की जाए और 15 जुलाई तक बच्चों के प्रवेश लेकर 1 अगस्त तक हर हाल में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत कर दी जाए। उन्होंने ये भी निर्देश दिया कि साल में दो बार बच्चों के अभिभावकों के साथ बैठक भी की जाए और उनसे संवाद किया जाए। उन्होंने कहा कि अभिभावक भी अपने बच्चों के भविष्य को बनते देखें और समाज में उसका प्रचार करें, ताकि अन्य बच्चों को भी इसका लाभ मिल सकें। उन्होंने कहा कि कोई सिफारिश नहीं, बल्कि मेरिट को ध्यान में रखकर बच्चों को प्रवेश दें,तो इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इसके अलावा सीएम ने कहा कि वर्ष में एक बार अटल आवासीय विद्यालयों में खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों की प्रतिस्पर्द्धा का भी आयोजन किया जाए। पहले विद्यालय स्तर पर और फिर प्रदेश स्तर पर जो भी बच्चे इसमें सफलता प्राप्त करते हैं उन्हें वार्षिक उत्सव के अवसर पर सम्मानित किया जाना चाहिए।