कन्या संक्रांति उस समय होती है, जब सूर्य का प्रवेश कन्या राशि में होता है. कन्या संक्रांति से सूर्य कैलेंडर का नया माह कन्या का शुभारंभ होता है. इस साल की कन्या संक्रांति पर सुकर्मा योग और रवि योग का संयोग बन रहा है. कन्या संक्रांति के दिन सुबह में पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, उसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार दान दिया जाता है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि कन्या संक्रांति कब है? कन्या संक्रांति का पुण्य काल, महा पुण्य काल क्या है?
किस दिन है कन्या संक्रांति 2024?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल 16 सितंबर को शाम 7 बजकर 53 मिनट पर सूर्य कन्या राशि में गोचर करेगा, वह क्षण कन्या संक्रांति का होगा. ऐसे में कन्या संक्रांति 16 सितंबर सोमवार को मनाई जाएगी.
कन्या संक्रांति 2024 महा पुण्य काल
16 सितंबर को कन्या संक्रांति के दिन महा पुण्य काल 2 घंटे 9 मिनट का होगा. महा पुण्य काल शाम को 4 बजकर 22 मिनट से शाम 6 बजकर 25 मिनट तक है.