उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर भारत तक बारिश का कहर

उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर भारत तक बारिश का कहर

मौसम: उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर भारत तक बारिश का कहर, 47 लोगों की मौत, उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूल कॉलेज बंद। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पूर्वी भारत में ओडिशा और झारखंड में मूसलाधार बारिश हो रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश ने 36 घंटों में 47 लोगों की जान ले ली। इनमें उत्तर प्रदेश में 32, मध्य प्रदेश में 11 और राजस्थान में 4 मौतें शामिल हैं। अधिकतर मौतें दीवार और घर गिरने से हुई हैं। हादसों में 38 लोग घायल भी हुए हैं। वहीं, उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन के चलते बुरा हाल है। केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है और शुक्रवार को प्रदेश में सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। मौसम विभाग ने अभी तीन दिन और हिमाचल और उत्तराखंड समेत 14 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र मे 36 घंटे से हो रही लगातार बारिश ने कहर बरपा दिया है। आगरा, मथुरा, मैनपुरी, एटा और फिरोजाबाद जिलों में कहीं लोगों को घर गिर गए। तो कहीं स्कूल का भवन ढह गया। पुलों पर भी दरारें आ गईं। अभी तक की जानकारी के अनुसार 7 लोगों की मौत हो गई। जबकि दर्जनभर से अधिक लोग घायल हैं। अलीगढ़ स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर बारिश का पानी आ जाने के कारण ट्रेन यातायात बाधित हो गया। सिग्नल फेल होने से 10 ट्रेनें जहां-तहां रुक गईं। बारिश की चेतावनी के बाद ब्रज के सभी जिलों में शुक्रवार को कक्षा 12वीं तक के स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। भारी बारिश के चलते मथुरा में NH-19 आगरा-दिल्ली मार्ग पर सुबह से लेकर शाम तक करीब तीन किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा।

उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन से 168 मार्ग बंद हैं। प्रशासन ने सभी जिलों में प्रशासन ने 12वीं तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश की वजह से बृहस्पतिवार को केदारनाथ पैदल मार्ग को बंद करना पड़ा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ धाम से भी किसी को नीचे की तरफ नहीं भेजा गया। यात्रा बंद होने के कारण सोनप्रयाग में लगभग 2,500 यात्री फंसे हुए हैं।

हिमाचल प्रदेश, खासकर तीन जिलों शिमला, किनौर और सिरमौर के लिए शुक्रवार का दिन बेहद भारी पड़ने वाला है। स्थानीय मौसम केंद्र ने इन जिलों में तेज बारिश की वजह से अचानक बाढ़ आने की संभावना जताई है और प्रशासनिक अमला के साथ ही लोगों को भी सावधान किया है। राज्य के 12 में से पांच जिलों में शुक्रवार को भी तेज गरज के साथ भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में बारिश और भूस्खलन के चलते 37 सड़कें बंद हैं और 106 बिजली आपूर्ति योजनाएं भी ठप पड़ी हैं।

राजस्थान के धौलपुर, भरतपुर, करौली, कोटा और प्रतापगढ़ जिलों में बीते 24 घंटे में भारी बारिश हुई है। धौलपुर के राजखेड़ा में सबसे अधिक 237 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। धौलपुर के बारी में स्थित उर्मिला सागर बांध का पानी सड़क पर आ गया जिसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग 11बी को यातायात के लिए बंद करना पड़ा। पार्वती बांध में अत्यधिक पानी जमा होने से उसके 10 गेट खोलने पड़े।

मध्यप्रदेश में भी 36 घंटे से लगातार बारिश होने की वजह से बृहस्पतिवार तड़के करीब 4 बजे खलकापुरा इलाके में राजगढ़ किले की दीवार भरभरा कर पास के एक घर पर गिर गई। घर में एक ही परिवार के 9 लोग सोए थे और सभी मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों ने किसी तरह मलबे से दो लोगों को जिंदा निकाला। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर दुख जताते हुए प्रत्येक मृतक के परिवार को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। इसके अलावा ग्वालियर में तीन और भिंड में एक व्यक्ति की जान गई है।