दीपावली के बाद अब काशी को देव दीपावली पर जगमगाने की तैयारी, सुरक्षा के चौकस प्रबंध, प्रशासन मुस्तैद।

दीपावली के बाद अब काशी को देव दीपावली पर जगमगाने की तैयारी, सुरक्षा के चौकस प्रबंध, प्रशासन मुस्तैद।

Dev Deepawali 2024: दीपावली के बाद अब काशी को देव दीपावली पर जगमगाने की तैयारी, सुरक्षा के चौकस प्रबंध, प्रशासन मुस्तैद। इस साल देव दीपावली पर 15 नवंबर को 21 लाख दीपों से काशी के घाट, कुंड व तालाब जगमग होंगे। इसे लेकर प्रशासन और पुलिस की ओर से सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। घाटों पर सफाई से लेकर साज-सज्जा का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसके साथ ही घाटों पर होने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भीड़ को देखते हुए बैरिकेडिंग की गई है। वहीं सीसीटीवी कैमरों से भी घाटों की निगरानी की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक ना हो उसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।

शास्त्रानुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही महादेव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था और त्रिलोक की रक्षा की थी। इस उपलक्ष्य में देवताओं ने देव लोक में दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया था। उस दिन कार्तिक पूर्णिमा ही थी। धार्मिक मान्यतानुसार कार्तिक पूर्णिमा तिथि पर भगवान शिव की पूजा आराधना करने और संध्याकाल में गंगा आरती करने से सभी दुख दूर होते हैं और मनवांछित फल मिलता है।

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को सुबह 06:19 से 16 नवंबर को देर रात 02:58 तक रहेगी। इस स्थिति में 15 नवंबर को ही कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। देव दीपावली की पूजा और आरती के लिए शुभ समय संध्याकाल 05:10 – 7:47 बजे तक है। इस बार देव दीपावली पर वरीयान योग का भी निर्माण हो रहा है। जो सुबह 07:31 से देर रात 3:34 तक रहेगा। इस दौरान शिव-शक्ति की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है और घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली का वास होता है।