यूजीसी ने उच्च शिक्षा में बड़ा सकारात्मक बदलाव किया है। अब 4 साल का ग्रेजुएट कोर्स करने वाले बिना मास्टर्स डिग्री लिए नेट परीक्षा में बैठ सकते हैं। इसके लिए ग्रेजुएशन में 75% अनिवार्य है। इस बदलाव की खास बात ये है कि उम्मीदवार जिस विषय में पीएचडी करना चाहते हैं, उस विषय की नेट की परीक्षा दे सकते हैं, चाहे वो विषय उन्होंने अपने ग्रेजुएशन में लिया हो या नहीं।