शक्तिपीठ – कोल्हापुर: देवी का ये अलौकिक शक्ति पीठ महाराष्ट्र प्रांत के कोल्हापुर शहर में स्थित है। यहां देवी महालक्ष्मी अपने संपूर्ण स्वरूप में विराजित हैं। पुराणों के अनुसार, देवी सती के अंग और आभूषण जहां जहां गिरे वहां वहां शक्तिपीठ बन गये। इस स्थान पर देवी का त्रिनेत्र गिरा था। देवी ने कौलासुर दैत्य का संहार भी इसी स्थान पर किया था। उस दैत्य के आग्रह पर इस स्थान का नाम ‘करवीर क्षेत्र’ पड़ा जो कालांतर में कोल्हापुर हो गया। इस मंदिर को ‘अंबाजी मंदिर’ नाम से भी जाना जाता है। मंदिर में कई खूबसूरत खंभे हैं जिनकी कोई गिनती नहीं कर पाता, जिस किसी ने भी गिनने का प्रयास किया उसके साथ कुछ न कुछ अनहोनी जरूर घटित हुई। मान्यतानुसार, महालक्ष्मी के इस स्वरूप के दर्शन करने पर भक्तों के सारे संकट दूर होते हैं।